दुनिया में सुख हीं सुख हो,
सिर्फ़ शांति हीं शांति और ख़ुशियाँ हो.
ऐसा ख़ुशियों का जहाँ ना खोजो.
वरना भटकते रह जाओगे.
जीवन और संसार ऐसा नहीं.
कष्ट, कोलाहल, कठिनाइयों से सीख,
शांत रह कर जीना हीं ख़ुशियों भरा जीवन है……

दुनिया में सुख हीं सुख हो,
सिर्फ़ शांति हीं शांति और ख़ुशियाँ हो.
ऐसा ख़ुशियों का जहाँ ना खोजो.
वरना भटकते रह जाओगे.
जीवन और संसार ऐसा नहीं.
कष्ट, कोलाहल, कठिनाइयों से सीख,
शांत रह कर जीना हीं ख़ुशियों भरा जीवन है……
सही कहा। अर्थ यह है कि सुख और शांति आपके अन्दर है न कि बाहर। बाहर कितना भी कोलाहल हो, अगर मन शान्त है तो कोलाहल का असर नही पडता। दूसरी बात यह है कि ईश्वर पर विश्वास करने बालों पर बाहर की चीजों का प्रभाव नही पड़ता।
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आभार,
यह सच समझने में बहुत वक़्त लगता है.
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great
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Thanks Rachana.
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Well said
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Thank you Muntazir.
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Beautifully written.the real truth of life.🌷
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Thanks a lot Aruna.
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🌷🌷🌷🌷
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