जीवन के संघर्ष हमें रुलातें हैं ज़रूर,
लेकिन दृढ़ और मज़बूत बनातें हैं.
तट के पत्थरों और रेत पर
सर पटकती लहरें बिखर जातीं हैं ज़रूर.
पर फिर दुगने उत्साह….साहस के साथ
नई ताक़त से फिर वापस आतीं हैं,
नई लहरें बन कर, किनारे पर अपनी छाप छोड़ने.
जीवन के संघर्ष हमें रुलातें हैं ज़रूर,
लेकिन दृढ़ और मज़बूत बनातें हैं.
तट के पत्थरों और रेत पर
सर पटकती लहरें बिखर जातीं हैं ज़रूर.
पर फिर दुगने उत्साह….साहस के साथ
नई ताक़त से फिर वापस आतीं हैं,
नई लहरें बन कर, किनारे पर अपनी छाप छोड़ने.
बहुत बढ़िया सचमुच!
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शुक्रिया.
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👍
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सही कहा आपने। लाइट हाउस को देखिए, थपेड़ों के बीच खडा
भय से नही डरा
नाविकों को राह दिखाता
अपनी जगह पर अडा।
जिंदगी के यही माएने हैं।
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बिलकुल सही कहा आपने. आभार ख़ूबसूरत काव्यमय प्रशंसा के लिए.
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Beautiful!
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Thank you
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🙂
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जीवन केे यथार्थ को बहुत सही तरीके से आपने रेखांकित किया है , Good poyem !
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बहुत आभार .
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Ek dam sahi farmaya aapne
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Shukriya Saba
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More power to your pen
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Thank you so much.
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बेहद सुन्दर रचना है 🌷
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बहुत धन्यवाद.
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🌹🌹🌹🌹
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Nice presentation
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Thank you.
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