सूर्य दक्षिण जा बैठा और सर्द मौसम ने चादर फैला लिया. अब सूरज उत्तर की यात्रा पर निकला है, कर्क से मकर की ओर. अब रातें छोटी और दिन लम्बी होगी. सूर्य की गुनगुनी धूप में आकाश रंग-बिरंगी पतंगो से जगमगा उठेगा. नदियों-तीर्थों पर उपासक प्रकृति के सम्मान में सूर्य को नमन करेंगे. जीवन नव धान्य, गुड-तिल के माधुर्य से भर जाएगा.
मान्यता है कि काले रंग की साड़ी और मृग चर्म की कंचुकी, नीलम का आभूषण, अर्क पुष्प की माला धारण किए हुए “संक्रांति” आती है, जो सुख सम्पन्नता का प्रतीक है. मानव जीवन के आधार – प्राकृतिक को, कृतज्ञता अर्पित करते इस पावन त्योहार पर आप सबों को हार्दिक शुभकामनाएं!!
भास्करस्य यथा तेजो मकरस्थस्य वर्धते।
तथैव भवतां तेजो वर्धतामिति कामये।।
मकरसंक्रांन्तिपर्वणः सर्वेभ्यः शुभाशयाः।
Happy pongal
LikeLiked by 2 people
Happy Pongal !!
LikeLike
How is your day so far ..?
LikeLiked by 1 person
It’s ok.
LikeLike
Oh ….busy ?
LikeLiked by 1 person
Nahi.
LikeLike
Good
LikeLiked by 1 person
Happy makar Sankranti
LikeLiked by 1 person
Thank you and wish you all the same.
LikeLike
Belated Makar Sankranti to you too Rekha🎉🎉❤️
LikeLiked by 1 person
Thank you. Wish you all the same dear.
LikeLiked by 1 person