शुजाअत November 16, 2019November 16, 2019 Rekha Sahay अक्सर ज़िंदगी के बहाव में, हर दो राहे पर ख़ुद से ख़ुद जंग लड़नी पड़ती है. शुजाअत….इसमें हीं है कि बिना हारे अपनी सही राह पर बहते रहें…चलते रहें। अगर मंज़िल पाना है. अर्थ उर्दू लफ्ज़ का – शुजाअत….वीरता Rate this:Share this:FacebookMorePinterestTumblrLinkedInPocketRedditTwitterTelegramLike Loading... Related
यही अर्थ है ना ? बहुत से लोग अर्थ नहीं जानते हैं. इसलिए लिखा . ठीक नहीं है क्या ? बदल दूँ ? LikeLiked by 1 person
नही बस आप अपने पोस्ट के बाद “कठिन शब्द” या “उर्दू लफ्ज़” ऐसा लिख कर उसका हिंदी मतलब लिख सकते है। इससे लोगो को सीखने को मिलेगा। वरना दूसरे कंफ्यूज़ हो सकते है “शुजाअत” के अर्थ को लेकर। उर्दू लफ्ज़ शुजाअत ~ वीरता कुछ इस तरह से। LikeLiked by 2 people
बहुत अच्छी बात कही है आपने । एक बहुत पुराना शेर है : वो राही क्या जो थककर बैठ जाए वो मंज़िल क्या जो आसानी से तय हो LikeLiked by 1 person Reply
बहुत खूब
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शुक्रिया! ठीक प्रयोग किया है ‘शुजाअत’ का ?
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ठीक किया है लेकिन शुजाअत के बाद आप ने वीरता लफ्ज़ का उपयोग क्यो किया है।
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यही अर्थ है ना ? बहुत से लोग अर्थ नहीं जानते हैं. इसलिए लिखा . ठीक नहीं है क्या ? बदल दूँ ?
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नही बस आप अपने पोस्ट के बाद “कठिन शब्द” या “उर्दू लफ्ज़” ऐसा लिख कर उसका हिंदी मतलब लिख सकते है। इससे लोगो को सीखने को मिलेगा। वरना दूसरे कंफ्यूज़ हो सकते है “शुजाअत” के अर्थ को लेकर।
उर्दू लफ्ज़
शुजाअत ~ वीरता
कुछ इस तरह से।
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ठीक है. मैंने अर्थ लिखा है.
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shaandaar 🙂
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आभार!!
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बहुत अच्छी बात कही है आपने । एक बहुत पुराना शेर है :
वो राही क्या जो थककर बैठ जाए
वो मंज़िल क्या जो आसानी से तय हो
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इस प्रेरक शेर के लिए शुक्रिया जितेंद्र जी.
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