इंतज़ार

कहते हैं, जो कुछ  खोया हैं,

वह वापस आता है।

पर कब तक करें इंतज़ार यह तो बता दो?

Don’t grieve. Anything you lose comes round in another form.

Rumi ❤️

 

4 thoughts on “इंतज़ार

    1. हमलोगों का मन बड़ा विचित्र होता है जितेंद्र जी. सच जान कर भी मानना नहीं चाहता है. बस उन बातों को चंद पंक्तियों में उतार दिल हल्का कर लेतीं हूँ.
      आपका शुक्रिया.

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