तारीखें चुभती है!! October 10, 2019December 8, 2019 Rekha Sahay जाना जरूरी था, तो कम से कम इतनी राहत इतना अजाब तो दे जाते… आँखों में सैलाब दे जानेवाले, कैलेंडर के जिन पन्नों के साथ हमारी जिंदगी अटकी है। उसमें से कुछ तारीखें तो मिटा जाते । ये तारीखें चुभती है। Rate this:Share this:FacebookMorePinterestTumblrLinkedInPocketRedditTwitterTelegramSkypeLike this:Like Loading... Related
आपका दर्द महसूस कर रहा हूँ | बेहतरीन रचना | ऐसी तारीखें प्रायः हरएक के जीवन में आ ही जाती हैं | LikeLiked by 1 person Reply
आपका दर्द महसूस कर रहा हूँ | बेहतरीन रचना |
ऐसी तारीखें प्रायः हरएक के जीवन में आ ही जाती हैं |
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शुक्रिया रविंद्र जी.
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