11 thoughts on “हौसला

    1. तुम्हारा आभार!
      तुमने तो बहुत महान कवि का उदाहरण दे कर मेरा मान बढ़ा दिया. मैं तो बस अपने मनोभावों को कुछ पंक्तियों में लिखती रहती हूँ.

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