आधा चाँद

आधे चाँद का दर्द

वही समझ सकता है,

जो आधा अधूरा होने

का एहसास जानता है.

चाँद जानता है

जल्दी ही वह पूरा हो कर आएगा .

भले हीं एक दिन के लिये हीं……

वह पूरा होने की जद्दो -जहद में

दस्तूर निभाता रहता है………

यह सोच कर कि उसका इंतज़ार

और सब्र काम आएगा।

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