अपनी कविताओं के भीड़ में
बैठ अजनबियों सा उन्हें देखा .
सब की सब हाथ पकड़ कर
यादों की अलियों -गलियों,
वीथिकाओं में लें चलीं.
कहने लगीं –
दरिया-ए-दुःख में ना डूबो,
यही है ज़िंदगी .
सच यह है कि-
तुमसे हम हैं…….
पर एक एक सच यह भी है कि-
हम है , इसलिए तुम हो .
बस हम दोनों एक दूसरे को
थामे रहे ……
यह जिंदगानी अच्छी कट जाएगी.
image- Chandni Sahay
Waw. Bahut hi sundar. 🙏
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Shukriya Ashish .
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Merry Christmas!!!
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Merry Christmas to you as well. 🤡
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Thank you 😊
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Waah…..bhahuth badiya lines hai …..bahuth achi kavitha 👌👌……nd Merry Christmas🎂🎂
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आभार Pravya. Mere dil ki Sacchi abhivyakti hai.
Merry Christmas 🎄
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Waah…..kyaa khub shabdon kaa ulatpher kiya hai…..behtarin lekhan….
सच यह है कि-
तुमसे हम हैं…….
पर एक एक सच यह भी है कि-
हम है , इसलिए तुम हो .
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शुक्रिया मधुसूदन , इसमें कविता कम और मेरे दिल की भावना अधिक है.
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ये साफ झलकती है।स्वागत आपका।
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आभार !!!
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वाह बहुत सुंदर!
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धन्यवाद नीरज , मुझे सचमुच लगता है जैसे जीने के लिए लिखना ज़रूरी है.
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बहोत अच्छे
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धन्यवाद .
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बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति ! दिल को छू गई | साधुवाद आपको !
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पसंद करने के लिए आभार !! बस जो महसूस किया लिख दिया .
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